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कानून और सुरक्षा – ताज़ा खबरें और आसान टिप्स

क्या आप कभी सोचे हैं कि कोर्ट की सुनवाई के बीच में जबरन बंदी बन जाने वाली घटना कैसे संभाली जाती है? अभी-अभी दिल्ली हाई कोर्ट को ईमेल से बम धमकी मिली, तीन घंटे तलाशी के बाद सब झूठ निकला, और अब यह मामला साइबर पुलिस के पास है। इस लेख में हम उसी केस को समझेंगे और साथ ही रोज़मर्रा की सुरक्षा के कुछ सरल उपाय बताएँगे, ताकि आप भी बिना डर के अपनी ज़िंदगी जी सकें।

दिल्ली हाई कोर्ट बम धमकी केस – क्या हुआ?

शुक्रवार सुबह हाई कोर्ट के आधिकारिक ईमेल आईडी पर एक अजीब मेल आया, जिसमें बम विस्फोट की धमकी थी। कोर्ट ने तुरंत इमारत खाली करवाई, सुरक्षा गार्डों को पूरा परिसर लासो से घेर दिया और तीन घंटे की गहन तलाशी शुरू की। सफ़ाई के बाद पता चला कि कोई व्यावहारिक बम नहीं था, सिर्फ ईमेल में लिखा शब्द ही डर पैदा कर रहा था।

पुलिस ने इस केस को बीएनएस एक्ट और आईटी एक्ट के तहत दर्ज किया और जांच साइबर पुलिस स्टेशन को सौंप दी। वे अब तकनीकी साधनों से मेल के स्रोत, IP एड्रेस और संभवतः वही व्यक्ति जिसे पहले बॉम्बे हाई कोर्ट को भी ऐसी ही ईमेल मिली थी, को ट्रैक कर रहे हैं।

साइबर सुरक्षा के आसान उपाय

ऐसे चौंकाने वाले ईमेल से बचना मुश्किल लगता है, पर कुछ छोटे स्टेप्स जो आप अपनी रोज़मर्रा की जिंदगी में अपनाएंगे, तो जोखिम काफी कम हो जाता है। सबसे पहले, अनजान या suspicious सेंडर से आए मेलों को तुरंत हटाइए और कभी भी लिंक या अटैचमेंट नहीं खोलिए। दोबारा जांचना चाहिए कि मेल का डोमेन वैध है या नहीं।

दूसरा, अपने सभी अकाउंट्स के लिए दो‑फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू रखें। अगर आपका पासवर्ड टूट जाता है, तो भी दुबारा लॉग‑इन करने के लिए फ़ोन या ईमेल की पुष्टि चाहिए होगी, जिससे हैकर को रोकना आसान हो जाता है। तीसरा, नियमित रूप से अपने डिवाइस में एंटी‑वायरस और एंटी‑मैलवेयर सॉफ़्टवेयर अपडेट रखें। ये टूल्स अक्सर ऐसे फिशिंग अटैक को पहचान कर ब्लॉक कर देते हैं।

अगर आपको किसी सरकारी या न्यायिक संस्थान से मेल मिला, तो उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर संपर्क नंबर या ईमेल खोजकर सीधे जांच कर लें। कभी भी ईमेल में दिया गया फोन नंबर या लिंक पर भरोसा मत करें।

सुरक्षा सिर्फ सरकारी एजेंसियों का काम नहीं, बल्कि हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। छोटी‑छोटी सावधानियों से आप खुद भी बड़े जोखिम से बच सकते हैं। और हाँ, अगर आपको ऐसी कोई अजीब ईमेल या संदेश मिले, तो तुरंत लोकल साइबर पुलिस या एंटी‑साइबर‑क्राइम cell को रिपोर्ट करें।

हमारी "कानून और सुरक्षा" कैटेगरी में ऐसे ही कई कहानियाँ, केस स्टडी और उपयोगी टिप्स मिलेंगे। हर कहानी में हम कोशिश करते हैं कि जटिल कानूनी या तकनीकी पहलुओं को सरल शब्दों में समझा जाए, ताकि आप पढ़ते‑ही सीखें और सुरक्षित रहें। नई‑पुरानी, प्रेरणादायक और रोचक कहानियों के लिए हमारे साथ जुड़े रहें।

तो अगली बार जब आपका इनबॉक्स में कोई अजीब मेल आए, तो घबरा कर नहीं, ऊपर बताई गई टिप्स को याद करके तुरंत एक्शन लें। याद रखें, सुरक्षा आपका पहला अधिकार है और जानकारी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।

दिल्ली हाई कोर्ट बम धमकी: ईमेल से हड़कंप, 3 घंटे की तलाशी के बाद हॉक्‍स, जांच साइबर पुलिस के हवाले

दिल्ली हाई कोर्ट बम धमकी: ईमेल से हड़कंप, 3 घंटे की तलाशी के बाद हॉक्‍स, जांच साइबर पुलिस के हवाले

दिल्ली हाई कोर्ट को शुक्रवार सुबह ईमेल से बम धमकी मिली, परिसर खाली कराया गया और तीन घंटे की तलाशी के बाद खतरा झूठा निकला। दोपहर 2:30 बजे सुनवाई दोबारा शुरू हुई। पुलिस ने बीएनएस और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर साइबर पुलिस स्टेशन को जांच सौंपी है। मुंबई में भी बॉम्बे हाई कोर्ट को समान धमकी मिली, जिससे एक ही सेंडर पर शक गहरा है।

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