अक्टूबर 2025 के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर्स का नाम घोषित हो गया — और दोनों ने दक्षिण अफ्रीका के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की। सेनुरान मुथुसामी और लॉरा वोल्वार्ड्ट को आईसीसी ने आधिकारिक तौर पर अक्टूबर 2025 के पुरुष और महिला खिलाड़ी ऑफ द मंथ घोषित किया, जिसकी घोषणा 12 नवंबर, 2025 को नई दिल्ली से आईएएनएस की रिपोर्ट के जरिए की गई। ये अवॉर्ड्स सिर्फ रन या विकेटों के आंकड़ों के बारे में नहीं हैं — ये दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट के एक नए युग की शुरुआत का संकेत हैं। जब आप एक ही महीने में दोनों पुरुष और महिला टीम के खिलाड़ी आईसीसी के बेस्ट में शामिल हो जाएं, तो ये सिर्फ शानदार प्रदर्शन नहीं, बल्कि एक संस्कृति का बदलाव है।
मुथुसामी: टेस्ट में जादू करने वाला बाएं हाथ का स्पिनर
मुथुसामी, जो 31 साल के हैं, ने पाकिस्तान के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में जिस तरह से गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में अपनी उपस्थिति दर्ज की, वो किसी भी आंकड़े से नहीं, बल्कि दिल से महसूस की जा सकती है। लाहौर में उन्होंने 11 विकेट लिए — एक ऐसा आंकड़ा जो भारतीय टीम के लिए भी बड़ी चुनौती होता है। फिर रावलपिंडी में, जब दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 198 रनों की जरूरत थी, तो मुथुसामी ने 89 रन बनाए — न केवल टीम को जीत दिलाई, बल्कि अपने नाम को टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भी दर्ज कर दिया।
पूरी सीरीज में उन्होंने 106 रन बनाए (औसत 53.00) और 11 विकेट लिए (औसत 18.36)। इस बीच, पाकिस्तान के नोमान अली ने 14 विकेट लिए और अफगानिस्तान के रशीद खान ने 20 विकेट, लेकिन वो सिर्फ गेंदबाजी पर निर्भर थे। मुथुसामी का फायदा था — वो बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी को जोड़ रहे थे। ये वो चीज है जो आईसीसी के विशेषज्ञ पैनल को प्रभावित करती है।
"ये अवॉर्ड टेस्ट क्रिकेट के लिए है — जिस फॉर्मेट में हर खिलाड़ी अपनी विशेषता दिखाना चाहता है," उन्होंने कहा। उन्होंने याद दिलाया कि दक्षिण अफ्रीका इसी साल आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीत चुकी है। ये उनकी टीम के लिए गर्व का विषय है। और अब वो खुद भी उसी गर्व का हिस्सा बन गए हैं।
वोल्वार्ड्ट: एक नेता का बल्ला, एक बादशाह का अंदाज़
लॉरा वोल्वार्ड्ट ने भारत में आयोजित आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 में एक ऐसा प्रदर्शन दिया जिसे इतिहास में दर्ज किया जाएगा। अक्टूबर के आठ मैचों में उन्होंने 470 रन बनाए — जिसमें तीन अर्धशतक और एक शतक शामिल था। लेकिन सबसे बड़ा पल था गुवाहाटी के असम क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में उनका 169 रन।
उस मैच में, जब दक्षिण अफ्रीका को बचने के लिए 270 रन चाहिए थे, तो वोल्वार्ड्ट ने बल्लेबाजी का बोझ अपने कंधों पर लिया। उन्होंने 224 गेंदों में 169 रन बनाए — जिसमें 19 चौके और 4 छक्के शामिल थे। उनका शतक नहीं, बल्कि एक ऐसा बल्लेबाजी नाटक था जिसने टीम को फाइनल में पहुंचा दिया।
उन्होंने टूर्नामेंट में कुल 571 रन बनाए — भारत की विस्मृति नहीं, बल्कि विश्व कप के इतिहास में सबसे अधिक रन बनाने वाली दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी। स्मृति मंधाना और एशली गार्डनर जैसे नामों के बीच उनकी निरंतरता ने जीत दिलाई।
"हमने टूर्नामेंट नहीं जीता, लेकिन हमने एक ऐसा नेतृत्व दिखाया जो भविष्य के लिए बहुत मायने रखता है," वोल्वार्ड्ट ने कहा। उनकी बात बहुत स्पष्ट थी — जीत अभी नहीं, लेकिन रास्ता तय हो चुका है।
आईसीसी का वोटिंग सिस्टम: दर्शकों की आवाज़ और विशेषज्ञों का निर्णय
इन अवॉर्ड्स का चयन केवल फैंस के वोट से नहीं होता। आईसीसी के पास एक विशेषज्ञ पैनल है — जिसमें पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और क्रिकेट विश्लेषक शामिल होते हैं। वोटिंग में 50% फैंस का योगदान होता है और शेष 50% पैनल का।
ये बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि कभी-कभी फैंस अधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी को चुन लेते हैं, लेकिन यहां वो ऐसे खिलाड़ी को चुन रहे हैं जो टीम को बचाता है। मुथुसामी के 11 विकेट बेहतरीन थे, लेकिन उनके 89 रन ने उस टेस्ट को बदल दिया। वोल्वार्ड्ट के 470 रन भी अच्छे थे, लेकिन उनका 169 रन का पारी ने एक पूरी टीम को फाइनल में पहुंचा दिया।
दक्षिण अफ्रीका का क्रिकेट रिनेसांस
इस अक्टूबर के बाद, दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट का चेहरा बदल गया है। पुरुष टीम ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीती, और अब मुथुसामी ने इसे एक और स्तर पर ले जाया। महिला टीम ने विश्व कप का फाइनल छू लिया — और वोल्वार्ड्ट ने दिखाया कि वो अगली बार जीत सकती हैं।
ये एक अच्छा संकेत है कि दक्षिण अफ्रीका अब सिर्फ एक देश नहीं, बल्कि एक क्रिकेट शक्ति बन रहा है। वो अब न सिर्फ बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं, बल्कि गेंदबाजी और नेतृत्व के लिए भी।
अगला कदम: विश्व कप 2027 की तैयारी
अब दोनों खिलाड़ी अगले बड़े टूर्नामेंट — 2027 के आईसीसी विश्व कप की तैयारी में लग जाएंगे। मुथुसामी के लिए ये टेस्ट फॉर्मेट में और भी अधिक जिम्मेदारी का दायरा होगा। वोल्वार्ड्ट के लिए, अगला लक्ष्य स्पष्ट है — विश्व कप जीतना।
दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट बोर्ड ने इस दोहरे अवॉर्ड को एक राष्ट्रीय उपलब्धि के रूप में मनाया है। अब देश भर में युवा खिलाड़ी देख रहे हैं कि एक बाएं हाथ का स्पिनर और एक महिला कप्तान एक ही महीने में दुनिया के शीर्ष खिलाड़ी बन सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मुथुसामी ने रशीद खान और नोमान अली को हराकर अवॉर्ड कैसे जीता?
रशीद खान ने 20 विकेट लिए और नोमान अली ने 14 विकेट, लेकिन मुथुसामी का अलग फायदा था — वो बल्लेबाजी में भी शानदार थे। उन्होंने दो टेस्ट में 106 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक और एक बड़ा बल्लेबाजी प्रदर्शन शामिल था। आईसीसी के विशेषज्ञ पैनल ने इस दोहरी भूमिका को अधिक महत्व दिया, जिससे उन्हें अवॉर्ड मिला।
वोल्वार्ड्ट ने विश्व कप नहीं जीता, फिर भी अवॉर्ड क्यों मिला?
अवॉर्ड का फोकस व्यक्तिगत प्रदर्शन पर है, न कि टूर्नामेंट जीत पर। वोल्वार्ड्ट ने अक्टूबर में 470 रन बनाए — जो टूर्नामेंट के दौरान सबसे अधिक थे। उनका 169 रन का शतक सेमीफाइनल में टीम को फाइनल में पहुंचाने में तय करने वाला था। इसलिए उन्हें अवॉर्ड मिला।
आईसीसी का वोटिंग प्रक्रिया कैसे काम करता है?
वोटिंग में 50% फैंस के वोट (icc-cricket.com पर) और 50% विशेषज्ञ पैनल के मूल्यांकन का हिस्सा होता है। पैनल में पूर्व खिलाड़ी, क्रिकेट विश्लेषक और खबरों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि अवॉर्ड सिर्फ लोकप्रियता पर नहीं, बल्कि प्रदर्शन की गुणवत्ता पर आधारित हो।
क्या दक्षिण अफ्रीका अब एक टॉप क्रिकेट देश बन गया है?
हां। उन्होंने 2025 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीती और महिला टीम विश्व कप के फाइनल में पहुंची। अब दोनों टीमों के खिलाड़ी एक ही महीने में आईसीसी के शीर्ष खिलाड़ी बन गए। ये एक नई शक्ति का संकेत है — जहां पुरुष और महिला क्रिकेट एक साथ विकसित हो रहा है।