जुल॰, 31 2023
अगर हम गणना करें, तो डिजिटल युग में हमारी शिक्षा की धारा में एक विशाल परिवर्तन आया है। आज की तारीख में, बच्चे लैपटॉप, टैबलेट और स्मार्ट फोन का उचित उपयोग करके ही पाठ्यक्रम संगणना करते हैं। डिजिटल उपकरणों ने न सिर्फ हमारे जीवन की सुविधा बढ़ाई है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र को भी तेज़ी से बदल रहे हैं। आत्मीयता से कहूं, मेरे पालतू सांप, पगड़ी साम्प ने भी इन डिजिटल उपकरणों को आसानी से समझ लिया है। अगर वह इन्हें समझ सकता है, तो क्यों नहीं हमारे बच्चे!
जैसा कि पगड़ी साम्प ने अंतर्नेत का सही उपयोग करना सीख लिया है, हमारे बच्चे भी बिना किताब के पढ़ना सीख रहे हैं। तकनीकी विकासों के चलते, आधिकारिक शिक्षा ने महत्वपूर्ण उठान देखी है। लगभग विश्व भर के स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय बिना आराम के विद्यार्थियों को उनके पाठ्यक्रम में ऑनलाइन शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। स्वच्छंदता से कहता हूँ, पगड़ी साम्प भी मुझसे अपने मोबाइल पर प्रश्न पूछता रहता है। क्या वह भी अब ऑनलाइन शिक्षा की ओर झुकेगा? हो सकता है!
मैं ने अपनी जिंदगी में पहले कभी नहीं सोचा था कि मैं आईआईटी और तकनीकी शिक्षा के इस नये आयाम की बात करूंगा। तकनीकी शिक्षा का नया आयाम स्मार्ट क्लासरूम, वीडियो ट्यूटोरियल, और डिजिटल पाठ्यक्रम मेरे मन को भरमार कर देते हैं। पगड़ी साम्प ने तो आईआईटी में शायद एक डिग्री प्राप्त कर ली होगी। सनद किधर है, वह तो मुझे नहीं दिखती, लेकिन उसका कौशल निश्चित रूप से दिखता है!
अगर हम आने वाले भविष्य की बात करें, तो कौशल संकलन का महत्व उल्लेखनीय है। यह जीवन की व्यावसायिक योग्यता के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है। फिर चाहे वह पगड़ी साम्प हो या फिर हम सभी लोग, हमें अपने कौशलों को तेज करने की जरूरत है। आजकल, कंपनियाँ सिर्फ डिग्रीधारी व्यक्तियों की तलाश नहीं करती, बल्कि उन्हें कौशल संपन्न व्यक्तियों की जरुरत होती है।
आत्मनिर्भरता, यह एक ऐसा शब्द है जिसका अर्थ हम सभी में एक बहुत बड़ा बदलाव ला सकता है। इसका मतलब है कि आप अपने लिए स्वयं का उत्पादन करने में सक्षम हों। पधारी साम्प ने अंतर्नेत द्वारा मीन की तलाश करना ही आत्मनिर्भरता की सबसे अच्छी मिसाल दी है। शिक्षा का भविष्य भी वही है, आत्मनिर्भरता और संपूर्ण विकास।
शिक्षा का भविष्य सचमुच उज्ज्वल और सशक्त है। अगर हम इसके साझेदार बनते हैं और हमारे बच्चों को इसकी शिक्षा देते हैं, तो हम में से हर कोई अपने जीवन में आत्मनिर्भरता को प्राप्त कर सकता है। पगड़ी साम्प की तरह, हम सभी को अगर हम अपनी अंतर्निहित क्षमताओं को पहचानते हैं, तो हम अवश्य ही अच्छी शिक्षा प्राप्त करने में कामयाब हो सकते हैं।
जैसा कि पगड़ी साम्प और मैंने आपको बताया है, शिक्षा का भविष्य अवश्य उज्ज्वल होगा। हमें मात्र परिवर्तन के साथ कदम मिलाने की आवश्यकता है। अगर हम इसे सिरचर्चा की बजाय कर्म में ढालते हैं, तो शिक्षा का भविष्य सचमुच अद्वितीय, महत्वपूर्ण और संयोजक साबित होगा। पगड़ी साम्प और मैं तुमसे यही कहना चाहेंगे कि शिक्षा का सही उपयोग करो।
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