तमिल कहानिय

तमिल कहानिय – आपका तमिल कहानी केन्द्र

नमस्ते! अगर आप तमिल कहानी के शौकीन हैं तो सही जगह पर आए हैं। यहाँ पर आपको पुराने क्लासिक से लेकर नई‑नई रचनाएँ एक ही जगह मिलेंगी, और सब कुछ पूरी तरह मुफ्त। हर कहानी को सरल भाषा में पेश किया गया है, ताकि पढ़ते‑पढ़ते आप कहानी में खो जाएँ।

कहानी कैसे पढ़ें?

साइट खोलते ही शीर्ष बार में ‘कहानियाँ’ का टैब दिखेगा। उसपर क्लिक करके श्रेणियाँ देखें – रोमांच, प्रेम, नैतिकता आदि। किसी भी कहानी पर क्लिक करो, तुरंत पढ़ना शुरू करो। अगर आप किसी कहानी को बाद में फिर से पढ़ना चाहते हैं तो ‘बुकमार्क’ बटन दबा सकते हैं।

कहानी के प्रकार

हमारी लाइब्रेरी में चार मुख्य प्रकार की कहानियाँ हैं: 1) प्रेरणादायक जीवन कथा, 2) मनोरंजक हास्य कथा, 3) सांस्कृतिक व लोककथा, 4) रोमांचक थ्रिलर। हर प्रकार में हर उम्र के लिये कुछ न कुछ है।

नई कहानी जोड़ने के लिए आप हमें सुझाव भी दे सकते हैं। बस ‘संपर्क’ फॉर्म भरें और अपनी पसंदीदा कहानी का नाम लिखें। तो देर किस बात की? अभी पढ़ना शुरू करें और तमिल साहित्य की रंगीन दुनिया का आनंद लें।

चैत्र नवरात्रि 2025 के दिन 4 पर कुश्मंदा माँ का मालपुआ भोग – आसान रेसिपी और पूजा विधि

चैत्र नवरात्रि 2025 के दिन 4 पर कुश्मंदा माँ का मालपुआ भोग – आसान रेसिपी और पूजा विधि

चैत्र नवरात्रि के चौथे दिन कुश्मंदा माँ की आराधना के साथ पीले रंग का मालपुआ तैयार किया जाता है। लेख में माँ की कथा, पीले रंग का महत्व, दो प्रकार की मालपुआ रेसिपी और अन्य संभावित भोगों की विस्तार से जानकारी है। साथ ही मंत्र, प्रसाद वितरण और घर में आराधना के छोटे‑छोटे टिप्स भी दिए गये हैं।

  • आगे पढ़ें
दिल्ली हाई कोर्ट बम धमकी: ईमेल से हड़कंप, 3 घंटे की तलाशी के बाद हॉक्‍स, जांच साइबर पुलिस के हवाले

दिल्ली हाई कोर्ट बम धमकी: ईमेल से हड़कंप, 3 घंटे की तलाशी के बाद हॉक्‍स, जांच साइबर पुलिस के हवाले

दिल्ली हाई कोर्ट को शुक्रवार सुबह ईमेल से बम धमकी मिली, परिसर खाली कराया गया और तीन घंटे की तलाशी के बाद खतरा झूठा निकला। दोपहर 2:30 बजे सुनवाई दोबारा शुरू हुई। पुलिस ने बीएनएस और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर साइबर पुलिस स्टेशन को जांच सौंपी है। मुंबई में भी बॉम्बे हाई कोर्ट को समान धमकी मिली, जिससे एक ही सेंडर पर शक गहरा है।

  • आगे पढ़ें
एजुकेशन कनेक्शन?

एजुकेशन कनेक्शन?

अरे वाह, आज हम एजुकेशन कनेक्शन के बारे में बात करेंगे, और विशेष रूप से, कैसे यह हमारे जीवन को बेहतर बना सकता है। देखिए, हम सब जानते हैं कि शिक्षा हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन जब हम इसे अच्छी तरह से कनेक्ट करते हैं, तो यह हमें स्वर्णिम अवसर प्रदान करती है। फिर चाहे वह नई नौकरी हो, नई यात्रा हो या फिर नई जिंदगी की शुरुआत, शिक्षा हमें सही दिशा देती है। क्योंकि जैसे हम कहते हैं, 'ज्ञान ही शक्ति है'! तो दोस्तों, अगर आप भी चाहते हैं कि आपका जीवन एक नया मोड़ ले, तो आज ही शिक्षा के साथ अपना कनेक्शन बनाएं। हाँ, और याद रखें, ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती, चाहे वह आपकी उम्र हो या अनुभव। तो चलो, आज से ही अपने ज्ञान की यात्रा को और अधिक रोमांचक बनाने की दिशा में कदम बढ़ाएं।

  • आगे पढ़ें
शिक्षा का भविष्य कैसा दिखना चाहिए?

शिक्षा का भविष्य कैसा दिखना चाहिए?

दोस्तों, शिक्षा का भविष्य उज्ज्वल और प्रौद्योगिकी से भरपूर होना चाहिए। कल्पना कीजिए, रोबोट्स हमारे शिक्षक हैं और हम वर्चुअल रियलिटी में इतिहास की यात्रा कर रहे हैं। शिक्षा के नए भविष्य में ज्ञान का सबसे बड़ा गोलू गोलू बादल होना चाहिए, जिसमें बच्चे किसी भी समय, कहीं भी और कैसे भी सीख सकते हैं। सोचिए, बच्चे अपने मोबाइल से ब्रेन सर्जरी की वीडियो देख रहे हैं। अरे वाह, अगर यह सच हो जाए तो मैं तो अपने बचपन के दिनों को याद करुंगा जब किताबें हमारे लिए एकमात्र शिक्षा का स्रोत थीं। इसलिए, चलो उम्मीद करते हैं कि शिक्षा का भविष्य हमें टेक्नोलॉजी के इस नए युग के साथ बेहतरीन शिक्षा प्रदान करने में ज़्यादा सहायता करेगा। अरे हाँ, और याद रखना, अपनी शिक्षा को खुद सांभालना, क्योंकि शिक्षा भविष्य की चाबी है, और यह चाबी हमें हमारे सपनों की दुनिया में ले जाएगी।

  • आगे पढ़ें
क्या वयस्क शिक्षा मुफ्त होनी चाहिए?

क्या वयस्क शिक्षा मुफ्त होनी चाहिए?

आप सभी का स्वागत है मेरे ब्लॉग पर, जहां हम आज चर्चा करेंगे की "क्या वयस्क शिक्षा मुफ्त होनी चाहिए?" के विषय पर। तो चलिए, बिना कोई समय खोए, जम्प करते हैं हमारे मजेदार और गहरे विचारों की दुनिया में। मेरा मानना है कि वयस्क शिक्षा अवश्य ही मुफ्त होनी चाहिए। यह सिर्फ ज्ञान का विस्तार करने में मदद करेगी, बल्कि अनपढ़ लोगों को भी अपने अधिकारों के बारे में जागरुक करेगा। और हाँ, इससे हमारी देश की अर्थव्यवस्था को भी धक्का मिलेगा, जैसे कि हमारे बॉस को जब हम उनके कप चाय की जगह अपनी ब्रेक के लिए जाते हैं! पर हाँ, इसके लिए सरकार की ओर से वित्तीय सहयोग की आवश्यकता होगी, वरना यह सिर्फ एक सुंदर सपना ही रह जायेगा।

  • आगे पढ़ें
औपचारिक और अनौपचारिक शिक्षा के बीच में अंतर क्या है?

औपचारिक और अनौपचारिक शिक्षा के बीच में अंतर क्या है?

इस ब्लॉग में, हमने औपचारिक और अनौपचारिक शिक्षा के बीच के अंतरों को विस्तार से समझाया है। औपचारिक शिक्षा में स्कूल, कॉलेज आदि संस्थानों में मिलने वाली शिक्षा शामिल है, जबकि अनौपचारिक शिक्षा अधिकारिक संस्थानों के बाहर हमारे रोजमर्रा के जीवन में सीखने की प्रक्रिया है। दोनों का महत्व हमारे व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में अपने स्थान है।

  • आगे पढ़ें
महामारी ने शिक्षा प्रणाली को कैसे प्रभावित किया है?

महामारी ने शिक्षा प्रणाली को कैसे प्रभावित किया है?

महामारी ने हमारी शिक्षा प्रणाली पर गहरा प्रभाव डाला है। हमने देखा कि स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षिक संस्थान बंद हो गए और यह हमारे युवाओं के लिए बड़ी चुनौती बन गई। दूसरी ओर, ऑनलाइन शिक्षा ने नई उम्मीदें जगाईं, लेकिन उसके साथ अपने चुनौतियाँ भी लाई। शिक्षा के माध्यम से सामाजिक और आर्थिक विभाजन बढ़ गया है, जिसके कारण गरीब और ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को मुख्य धक्का लगा। इससे हमें यह समझना होगा कि महामारी के दौरान और उसके बाद शिक्षा को कैसे सुनिश्चित किया जा सकता है।

  • आगे पढ़ें
सुजथा गैलेक्सी?

सुजथा गैलेक्सी?

सुजथा गैलेक्सी राष्ट्रीय व्यापार संस्थान द्वारा आयोजित की गई एक महान आजीविका सेवा में बेहतरीन यात्रा है। यह देश के राष्ट्रीय व्यापार विभाग के साथ काम करती है, जो संगठन द्वारा व्यापार के विकास और समावेश के लिए अपनी नीतियों पर स्वयं को प्रोत्साहित करती है। यह यात्रा आपको भारत में अनुभव करने और देश के अन्य व्यापारियों से संपर्क करने का मौका देती है। यह आयोजित की गई यात्रा भारत की दूसरी आजीविका सेवा है और यह आपको समृद्ध आजीविका के लिए स्वच्छ व्यापार के लिए एक अच्छी शुरुआत देगी।

  • आगे पढ़ें
मेरे स्कूल को मेरे शहर में सबसे अच्छा कैसे बनाऊं?

मेरे स्कूल को मेरे शहर में सबसे अच्छा कैसे बनाऊं?

मेरे स्कूल को मेरे शहर में सबसे अच्छा बनाने के लिए, आपको प्रचार करना होगा। आप स्कूल के साथ संबंधित कोई भी कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं जो शहर के लोगों को आपके स्कूल के बारे में जानकारी देता है। आप अपने स्कूल के बारे में लोगों को सूचित करने के लिए प्रकाशनों, ऑनलाइन जानकारी और सामाजिक मीडिया का उपयोग कर सकते हैं। आप भी स्कूल के कार्यकर्ताओं को बेहतर शिक्षा के लिए तैयार करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित कर सकते हैं। सभी योगदानकर्ता अपने बल्कि अपने स्कूल को सबसे अच्छा बनाने में मदद कर सकते हैं। 1. आपको प्रचार करके अपने स्कूल को शहर में सबसे अच्छा बनाना होगा। 2. प्रकाशन, ऑनलाइन जानकारी और सामाजिक मीडिया उपयोग करके लोगों को सूचित करें। 3. स्कूल के कार्यकर्ताओं को शिक्षा देने के लिए तैयार करें। 4. सभी योगदानकर्ता अपने स्कूल को सबसे अच्छा बनाने में मदद करें। 5. स्कूल के साथ संबंधित कार्यक्रम आयोजित करें जिससे लोगों को आपके स्कूल के बारे में जानकारी मिले।

  • आगे पढ़ें
यह क्या मतलब है कि 'शिक्षा के लिए समय और पैसे लगते हैं'?

यह क्या मतलब है कि 'शिक्षा के लिए समय और पैसे लगते हैं'?

शिक्षा एक बहुत ही महत्वपूर्ण घटक है। शिक्षा हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके लिए समय और पैसे दोनों लगते हैं। समय के साथ ही निर्भरता और पैसे के साथ ही संतुलित वित्तीय व्यवस्था शिक्षा को प्रदान करने के लिए आवश्यक है। शिक्षा को प्राप्त करने के लिए मानव समाज को अपने आसपास के लोगों से जोड़ना होता है।

  • आगे पढ़ें
  • 1
  • 2
तमिल कहानिय

© 2025. सर्वाधिकार सुरक्षित|